मुगल बादशाह जो हो गए थे वेजीटेरियन, फेवरेट थे ये भारतीय व्यंजन
लोगों में आमतौर पर ये भावना है कि मुगल बादशाह नॉन वेज फूड जरूर खाते होंगे. लेकिन इसको लेकर कुछ अलग दावे भी हैं. आइए उनके बारे में जानते हैं.
मुगलों के जमाने के कई ऐसे व्यंजन हैं जो आप भी भारतीय व्यंजनों में शामिल हैं और लोग इन्हें खाना खूब पसंद करते हैं.
ऐसा भी दावा किया जाता है कि कुछ मुगल बादशाहों को नॉन वेज खाना पसंद नहीं था. वो भारत में बनने वाले वेज खाने के शौकीन थे.
ये भी कहा जाता है कि कुछ मुगल बादशाह कभी-कभार ही मीट खाना पसंद करते थे. अधिकतर वे वेज फूड ही खाते थे.
मुगल बादशाहों को मीट के बजाय दाल और फल-सब्जी खाना ज्यादा अच्छा लगता था. रसोईं में अक्सर दाल और पुलाव बनता था.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अकबर और औरंगजेब की जिंदगी में एक ऐसा फेज आया था जब वे मांस से परहेज करने लगे थे.
मांस के बजाय अकबर दाल, पुलाव और मौसमी सब्जियां खाने लगा था. उसके महल में तीन रसोइयां थीं, जिनमें से एक में सिर्फ वेज खाना बनता था.
ये भी कहा जाता है कि जहांगीर को मांस नापसंद था. उसने तो गुरुवार और रविवार के दिन मांस कटने तक पर रोक लगा दी थी.
दावा है कि औरंगजेब को शुरुआती दिनों में मुर्ग मुस्सलम बहुत पसंद था. पर एक समय ऐसा आया कि वो दाल और पनीर आदि पसंद करने लगा था.