गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना अकबर के शासन के समय की थी. इसे अवधी भाषा में लिखा गया था. इसकी रचना में 2 वर्ष सात माह 26 दिनों का समय लगा था.
उसने धार्मिक सहिष्णुता की नीति को अपनाया था
उसने संस्कृत के साहित्य का फारसी में अनुवाद कराया
गीता का फारसी भाषा में अनुवाद हुआ था
रामचरितमानस की रचना इसी समय की थी
वाराणसी और चित्रकूट में हुई थी
इसकी रचना की शुरूआत 1631 में रामनवमी के दिन हुई थी
26 दिनों का समय लगा था