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इजराइल और हमास के बीच खूनी जंग के बीच अमेरिका पर बड़े हमलों का साया, सता रहा ये डॉ

 
इजरायल और हमास में खूनी जंग के बीच अमेरिका पर बड़े हमले का साया, सता रहा ये डर
 

इजरायल और हमास के बीच चल रही खूनी जंग के बीच अमेरिका पर बड़े हमले का खतरा मंडरा रहा है। यह सनसनीखेज खुलासा अमेरिका की खुफिया एजेंसी एफबीआई के चीफ क्रिस्टोफर रे ने किया है। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान खुलासा किया कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध से प्रेरित होकर अमेरिका पर हमले का खतरा मंडरा रहा है। मध्य पूर्व में चल रही खूनी जंग में अमेरिका मजबूती से इजरायल के पक्ष में खड़ा है। अमेरिका इजरायल को हथियारों की मदद भी कर चुका है। एफबीआई चीफ को आशंका है कि इस कदम से अमेरिका चरमपंथी संगठनों के रडार पर है।

सैन डिएगो में इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ्स ऑफ पुलिस के वार्षिक सम्मेलन में बोलते हुए, 56 वर्षीय एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि मध्य पूर्व में हाल की घटनाओं ने अमेरिका में संभावित हिंसा के लिए "बढ़ा हुआ माहौल" तैयार किया है। उन्होंने कहा कि हम उन खतरों का मुकाबला जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एफबीआई चीफ के अनुसार, इतिहास बहुत लंबे समय से यहूदी विरोधी और हिंसक उग्रवाद के अन्य रूपों का गवाह रहा है।

उन्होंने कहा, "इस बढ़ते हिंसा के माहौल में, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम रिपोर्ट की गई धमकियों में वृद्धि देख रहे हैं। हमें नज़र रखने की जरूरत होगी क्योंकि हाल की घटनाओं से प्रेरणा लेकर देश में हिंसा का माहौल बढ़ सकता है।

एफबीआई चीफ का इशारा क्या है
रे ने उन घरेलू खतरों के बारे में कोई विशेष विवरण नहीं दिया जिनसे ब्यूरो निपट रहा है, लेकिन उन्होंने कानून प्रवर्तन अधिकारियों से उनके पास मौजूद किसी भी खुफिया जानकारी या टिप्पणियों को साझा करने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि एफबीआई भी ऐसा ही करेगी। एफबीआई प्रमुख की चेतावनी हमास के पूर्व नेता खालिद मेशाल द्वारा 13 अक्टूबर को इजराइल के खिलाफ 'जिहाद का दिन' घोषित करने के एक दिन बाद आई है।

गाजा पर इजरायल के बढ़ते कदम, उड़ी अमेरिका की नींद
गाजा पर इजरायली सेना के बढ़ते कदमों ने अमेरिका की नींद उड़ा दी है। इजरायल के गाजा पट्टी पर कहर बनकर टूटने से अमेरिका भी बैचेन है। जो बाइडेन ने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा कि गाजा पर इजरायल का पूर्ण कब्जा एक बड़ी गलती होगी। अमेरिका को ईरान समेत तमाम मुस्लिम देशों का डर है, जो इस लड़ाई में फिलिस्तीनी आतंकियों का साथ दे रहे हैं। अमेरिका पहले ही इजरायल को हथियारों की मदद करके मुस्लिम देशों के रडार पर है।

इजरायल का समर्थन भी
इजरायल और हमास के बीच युद्ध में अमेरिका मजबूती से यहूदियों के पक्ष में खड़ा है। अमेरिका ने हमास आतंकियों के इजरायली धरती पर हवाई हमले की निंदा की है। अमेरिका इजरायल को हथियारो की भी मदद कर रहा है। पहली खेप भेजी जा चुकी है और दूसरी खेप की बात की जा रही है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति को नेतन्याहू ने इजरायल आने का निमंत्रण दिया है। हालांकि बाइडेन ने अभी जाने की तारीख तय नहीं की है लेकिन वो जल्द ही इजरायल का दौरा कर सकते हैं।

स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, हमास, जिसे अमेरिका और अधिकांश पश्चिमी देशों द्वारा एक आतंकवादी समूह के रूप में मान्यता प्राप्त है, ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, जिससे युद्ध छिड़ गया जिसमें 1,300 से अधिक इज़रायली और 2,400 फ़िलिस्तीनी मारे गए। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, हताहतों में कम से कम 29 अमेरिकी शामिल हैं जो संघर्ष में मारे गए हैं, और 15 लापता हैं, जिनमें से कुछ को हमास द्वारा बंधक बनाकर रखा ग

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