नाथूसरी चोपटा, हरियाणा – बिजली और डीजल की बढ़ती कीमतों ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में, AVI शाखा द्वारा संचालित सौर ऊर्जा आधारित ट्यूबवेल सिस्टम किसानों के लिए मुनाफा बनकर उभरा है। यह न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि किसानों को महंगी बिजली और डीजल की लागत से भी मुक्ति दिला रहा है।
पारंपरिक सिंचाई से मुक्ति
AVI के सौर ऊर्जा सिस्टम ने किसानों को पुराने तरीकों से निजात दिलाई है। अब वे सौर पैनल से चलने वाले ट्यूबवेल का इस्तेमाल करके सिंचाई कर रहे हैं। AVI शाखा में सभी प्रकार के सोलर उपकरण उपलब्ध हैं, जिन्हें किसानों की जरूरत और खेत के आकार के हिसाब से कस्टमाइज किया जाता है।
सरकारी सब्सिडी का लाभ
AVI के संचालक यशवीर गाट के अनुसार, “हमारा मकसद किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है। सोलर ट्यूबवेल न सिर्फ सस्ता है, बल्कि लंबे समय तक चलने वाला भी है। सरकार की तरफ से सब्सिडी भी मिल रही है, जिससे किसानों को शुरुआती खर्च में भी राहत मिलती है।”
किसानों को मिल रहा दोहरा लाभ
नाथूसरी चोपटा के सैकड़ों किसान AVI के सोलर सिस्टम से जुड़ चुके हैं। इससे न सिर्फ उनकी फसल उत्पादकता बढ़ी है, बल्कि बिजली और डीजल के बिल में भारी कमी आई है। साथ ही, यह तकनीक पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इससे कार्बन उत्सर्जन कम होता है।
सरकारी योजनाओं को मिल रहा बढ़ावा
हरियाणा सरकार की ‘हर खेत को पानी’ और ‘हरियाणा ग्रीन मिशन’ जैसी योजनाओं को AVI जैसे संगठन साकार कर रहे हैं। AVI शाखा किसानों को तकनीकी जानकारी, इंस्टॉलेशन और रखरखाव में भी पूरा सहयोग देती है।
कैसे करें संपर्क?
अगर आप भी सोलर पंप सिस्टम अपनाकर खेती की लागत घटाना चाहते हैं, तो AVI शाखा, नाथूसरी चोपटा से संपर्क कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए यशवीर गाट (संचालक) से इस नंबर पर बात करें: 9050900666।
निष्कर्ष:
AVI शाखा का सौर ऊर्जा सिस्टम किसानों के लिए किफायती, टिकाऊ और पर्यावरण हितैषी विकल्प साबित हो रहा है। अगर आप भी खेती की बढ़ती लागत से परेशान हैं, तो सोलर ट्यूबवेल अपनाकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं।