'महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन है 26 लाख रुपये का कूड़ादान', SUV पर बैनर लगाकर घूम रहा है मालिक!

Is Mahindra Scorpio-N A Garbage Bin: बीते कुछ समय में महिंद्रा कार मालिकों द्वारा अपने प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता पर सवाल उठाने की कई घटनाएं सामने आई हैं. यह सिलसिला अभी भी जारी है. अब एक शख्स ने अपनी महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन पर बैनर लगाया है, जिसमें एसयूवी को "कचरे का डिब्ब" बताया गया है. साथ ही, इसे साल की "सबसे खराब कार" करार दिया दिया है. इसके साथ ही, कार मालिक ने दूसरों से निवेदन किया कि वह महिंद्रा की गाड़ी न खरीदें.
स्कॉर्पियो-एन मालिक का क्या कहना?
जगदीश (मालिक) के अनुसार, उन्होंने पिछले साल स्कॉर्पियो-एन खरीदी थी, सितंबर 2022 में इसकी डिलीवरी मिली थी. तब से, उन्हें कार में लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि उनके पास Scorpio-N के कई वीडियो हैं, जिनमें उसकी परेशानियों के सबूत हैं. लेकिन, इसके बावजूद महिंद्रा डीलरशिप के अधिकारी कार में किसी भी समस्या को स्वीकार नहीं करते हैं.
स्कॉर्पियो-एन में क्या-क्या परेशानी?
स्कॉर्पियो-एन मालिक के पास स्कॉर्पियो-एन से जुड़ी परेशानियों की लंबी सूची है, जिनमें सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम में खराबी शामिल है. इसे सही ढंग से काम करने के लिए बार-बार इनपुट देना पड़ता है. इसके अलावा, एक पिछला दरवाजा तो कार अनलॉक होने पर भी नहीं खुलता है.
उनका कहना है कि उनकी स्कॉर्पियो-एन ड्राइविंग के दौरान खुद से ही 4X4 मोड में शिफ्ट हो जाती है. कभी-कभी डिस्प्ले डार्क हो जाती है. स्कॉर्पियो-एन के स्पीकर भी अच्छा काम नहीं करते हैं और क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम एक्टिवेशन में भी देरी होती है. ओनर के अनुसार और भी कई परेशिनियां हैं.
बैनर में क्या-क्या लिखा?
ऐसे में स्कॉर्पियो-एन ओनर ने कार पर बैनर लगाया, जिसमें लिखा- "महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन 26 लाख रुपये का कचरे का डिब्बा है. यह साल की सबसे खराब कार है. महिंद्रा वाले ग्राहकों के साथ धोखा कर रहे हैं. एक बार गाड़ी बेचने के बाद सर्विस देने से मना कर देते हैं. पिछले 11 महीने से गाड़ी खराब है फिर भी कोई नहीं सुन रहा. आपसे निवेदन है कि कृपया महिंद्रा की गाड़ी न खरीदें. आपका शुभचिंतक."