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 महिला दिवस 2024: 30 साल की उम्र के बाद महिलाएं, ना मानकी ये महिलाएं, बॉस होगी लाइफ

 
Women's Day 2024: महिलाएं 30 की उम्र के बाद ना दोहराएं ये गलतियां, हेल्दी होगी लाइफ

 आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है. यह दिन महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और लैंगिक समानता, प्रजनन अधिकार और महिलाओं के खिलाफ हिंसा और दुर्व्यवहार जैसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है. यह महिलाओं के अधिकारों की वकालत करने में सामूहिक कार्रवाई और सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करता है.

साथ ही विज्ञान, कला, संस्कृति और राजनीति समेत सभी क्षेत्रों में योगदान देने के लिए महिलाओं को सम्मानित करने के लिए भी जाना जाता है. हालांकि दुनिया के सामने डटकर खड़ा होने के लिए महिलाओं के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना भी जरूरी है. खासकर 28 से 30 की उम्र के बाद शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए महिलाओं को अपनी लाइफस्टाइल में जरूर कुछ बदलाव कर लेने चाहिए. क्योंकि तीस की उम्र के बाद हमारे अंदर शारीरिक और मानसिक तौर पर कई बदलाव आने लगते हैं. हम मानसिक तौर पर भी काफी मैच्योर हो चुके होते हैं और अपना अच्छा-बुरा समझने लगते हैं. ऐसे में हर किसी को उम्र के इस पड़ाव तक अपनी पर्सनैलिटी में कुछ बदलाव कर लेने चाहिए. साथ ही लाइफस्टाइल और खानपान पर भी ध्यान देना भी शुरू कर देना चाहिए.

अगर आप भी 30 साल के हो चुके हैं या होने वाले हैं तो अब समय आ गया है कि आप खुद पर ध्यान देना शुरू कर दें. 30 की उम्र बताती है कि बताती है कि अब आपके लापरवाही और लड़कपन के दिन बीत चुके हैं और आप अपनी और अपनों की जिम्मेदारियां उठाने के तरह मैच्योर हो चुके हैं. हालांकि, उम्र का ये पड़ाव हर किसी के अंदर कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव लेकर आता में ये बदलाव संकेत देते हैं कि आपको अपनी लाइफस्टाइल और पर्सनैलिटी बदलनी होगी. इस आर्टिकल में हम आपको लेट ट्वेंटीस से लेकर 30-35 साल तक लोगों के अंदर होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलावों के बारे में बताएंगे. साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि आपको उन बदलावों को किस तरह स्वीकार करना है और उनके साथ-साथ खुद को कैसे तब्दील करना है.

30 के बाद मेटाबॉलिज्म होने लगता है स्लो
सबसे पहले बात करते हैं हेल्थ की. अगर आप 30 साल के हो चु जाइए. इस पड़ाव पर आते-आते महिला और पुरुष दोनों के शरीर अपने मेटाबॉलिज्म के अनुसार अपनी डाइट में बदलाव नहीं करते. जिस तरह वो 25, 26 और 27-28 की उम्र में अनहेल्दी खाना-पीना खाते हैं, वही खानपान वो 30 के बाद भी जारी रखते हैं जिससे शरीर पर बुरा असर होता है.

दरअसल इस दौर में व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म वैसा नहीं होता जैसा, 20 से 29 की उम्र में था. मेटाबॉलिज्म स्लो होने से शरीर में फैट और कैलोरी बर्निंग की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है. यही वजह है कि 20 से 28 की उम्र तक जिस खानपान के साथ लोग फिट रह पाते हैं, वही खानपान 30 के बाद लोगों को मोटा और थुलथुला बना देता है. 30 और 31 की उम्र के बाद महिला और पुरुष दोनों ही 20 से 29 साल की तुलना में जल्दी मोटापे का शिकार होने लगते हैं जिसका सबसे बड़ा कारण अपनी जीवनशैली में बदलाव नहीं करना है.

लाइफस्टाइल और डाइट में करें बदलाव
उम्र की इस दहलीज में आपको अपने डाइट पैटर्न में बदलाव कर देना चाहिए. अब आपको फास्ट फूड कम और हेल्दी फूड ज्यादा खाना है. अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां जैसी चीजें शामिल करनी है. साथ ही ढेर सारा पानी पिएं. पानी शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज करता है और पेट की सेहत भी बेहतर करता है. प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर डाइट लें. बेहतर रहेगा कि तीन बार पेट भरकर खाने के बजाय थोड़े-थोड़े अंतराल पर छह बार खाएं.

30 की उम्र के बाद के रिलेशनशिप होते हैं खास
कई रिसर्च में ये सामने आया है कि अर्ली ट्वंटीस की तुलना में 30 के आसपास बनने वाले रिश्ते ज्यादा मजबूत होते हैं. वास्तव में इस उम्र तक लोग खुद को पहचानना और समझना शुरू कर देते हैं और वो अपने पार्टनर को भी समझते हैं. वो खुद को स्वीकार करने लगते हैं और दूसरों को भी वैसे ही स्वीकार करते हैं जो वो हैं. वो दूसरों को जबरन बदलने की कोशिश नहीं करते. इस उम्र तक लोगों को अपने ऊपर भरोसा हो जाता है और उनकी दूसरों पर भरोसा करने की क्षमता भी बढ़ती है. उम्र के इस पड़ाव तक आते-आते लोग अपने पार्टनर को ज्यादा प्यार, तवज्जो और इज्जत देने लगते हैं.

दूसरों के साथ ही खुद के लिए भी जिम्मेदार बनें
आमतौर पर 30 की उम्र के बाद इंसान पर चाहे-अनचाहे तमात तरह की जिम्मेदारियां आ आती हैं जिन्हें पूरा करते-करते अक्स अपने आप को भूल जाता है. ध्यान रहे कि आपके आसपास के लोगों से पहले आपका शरीर आपकी जिम्मेदारी है. अगर आप स्वस्थ रहेंगे तभी आप अपने आसपास के लोगों का ख्याल रख पाएंगे. इसलिए खुद को दरकिनार ना करें और हर हाल में अपना खूब ख्याल रखें.
 
30 के बाद पैसों को करें मैनेज
अगर आप 30 साल से ऊपर के हो चुके हैं लेकिन आपने अभी तक अपने पैसों को सेव करना नहीं शुरू किया है तो आपको इस दिशा में सजग हो जाने की जरूरत है. उम्र की इस दहलीज पर आपको सेविंग स्टार्ट कर देनी चाहिए. आपकी तनख्वाह कम हो या ज्यादा या आप बिजनेस करते हों. आपको अपनी महीने की कमाई का कम से कम 25 फीसदी हिस्सा सेव करना है. अगर आप इससे ज्यादा सेव करते हैं तो सोने पर सुहागा है. लेकिन आज से आपको हर हाल में बचत करनी है. आप अपने पैसों को कई तरह की स्कीमों में इनवेस्ट कर सकते हैं जहां आपको बढ़िया इंटरेस्ट मिलेगा. इस तरह आपकी सेविंग बढ़ती जाएगी.

30 के बाद हड्डियां होने लगती हैं कमजोर
गलत खानपान और खराब जीवनशैली की वजह से आजकल 25 से 30 साल के युवा भी हड्डियों में दर्द की शिकायत करने लगे हैं. हालांकि 30 के बाद हर व्यक्ति की बोन डेंसिटी कम होने लगती है. बोन डेंसिटी हड्डियों में मौजूद मिनरल्स की मात्रा को कहा जाता है. अगर आपकी बोन डेंसिटी कम होने लगती है तो इसका मतलब है कि आपकी हड्डियों तक जितने मिनरल्स पहुंच रहे हैं, उससे ज्यादा उससे बाहर जा रहे हैं. बोन डेंसिटी उम्र बढ़ने के साथ कम होती जाती है इसलिए अपनी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आपको 30 के बाद कैल्शियम, विटामिन डी और मिनरल्स से भरपूर आहार को डाइट में शामिल कर लेना चाहिए. इसके साथ ही नियमित कसरत करनी चाहिए और कैफीन, शराब और तंबाकू का सेवन कम से कम कर देना चाहिए.

शादी या रिलेशनशिप दिल से करें, दुनिया के कहने से नहीं
अगर आप 30 क्रॉस कर चुके हैं और लोगों के तानों और बार-बार पूछताछ से तंग आकर शादी करने की सोच रहे हैं तो ऐसा ना पूरे जीवनभर का कमिटमेंट है जो आपको किसी दूसरे व्यक्ति के साथ निभाना है. ऐसे में लोगों और दुनिया के डर से कोई ऐसा करें जिससे आपको आगे चलकर पछताना पड़े. अब जमाना बदल चुका है. लोगों की सोच और जिम्मेदारियां भी बदल चुकी हैं. का कॉन्सेप्ट बीत चुका है. अगर आप 30 के पार हो चुके हैं तो इसका मतलब ये नहीं है आप आपकी जिंदगी का मकसद सिर्फ है आपको जब लगे कि आप इस बंधन के लिए तैयार हैं तब ही शादी करें

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