Haryana News: बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह का बयान, कहा- सत्ता में वापसी के लिए दूर करनी होंगी कमियां
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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सरकार के खेती और नौकरी पोर्टल में सुधार करने की जरूरत बताई है। इसके साथ ही प्रॉपर्टी आईडी, परिवार पहचान पत्र में भी काफी कमियां हैं जिनमें सुधार की जरूरत है।
हरियाणा कांग्रेस को दी सलाह पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने इस दौरान हरियाणा कांग्रेस को भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि आज हर कोई जानता है कि हरियाणा कांग्रेस बंटी हुई है, यहां नेताओं के बीच गुटबाजी चरम पर है. उन्होंने राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, किरण चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस के 3 नेताओं को हुड्डा के साथ आना चाहिए था, लेकिन पूर्व सीएम अकेले ही सीएम बनने का सपना देख रहे हैं।
जेजेपी पर भड़के पूर्व केंद्रीय मंत्री
पूर्व केंद्रीय मंत्री एक बार फिर जेजेपी गठबंधन पर भड़क उठे। उन्होंने जेजेपी नेताओं की मजबूत स्थिति पर कहा, ''हरियाणा की जनता से कोई मतलब नहीं होगा।'' राजस्थान में जजपा का कोई रोल नहीं है। वहां उन्होंने सिर्फ हार के लिए ही चुनाव लड़ेगी।
CM से कर चुके सियासी मीटिंग
हरियाणा में BJP-JJP गठबंधन को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की चंडीगढ़ में सियासी मीटिंग हो चुकी है। इस मुलाकात के हरियाणा की राजनीति में कई मायने निकाले जा रहे हैं। चौधरी बीरेंद्र संकेत दे चुके हैं कि यह मुलाकात सिर्फ गठबंधन पर चर्चा को लेकर हुई है। उन्होंने कहा है कि हरियाणा में BJP को JJP से गठबंधन की कोई जरूरत नहीं है।
चौधरी बीरेंद्र की JJP पर हमले की ये खास वजह
पूर्व केंद्रीय मंत्री उचाना विधानसभा से 5 बार रह विधायक रह चुके हैं। यह सीट उनकी परंपरागत सीट है। इस सीट की सियासत उनके परिवार के इर्द गिर्द की घूमती रहती है। 2019 में लोकसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला को उनके बेटे बृजेंद्र सिंह ने हरा दिया था। इसके बाद इस सीट को चौधरी बीरेंद्र सिंह खोना नहीं चाहते हैं।