हरियाणा समाचार: पुराना पेंशन बहाल दावा निकली साइकिल यात्रा पहुंचें नूंह, 23 को पहुंचेंगे चंडीगढ़
पूंजीपतियों के दवाब में बदलाव किया गया
इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यात्रा शुरू होने से पहले कर्मचारियों ने शिव मंदिर में आयोजित हवन में आहुति डालकर सीएम व पीएम की सद्बुद्धि की मन्नतें मांगी. उसके बाद यात्रा की शुरुआत की गई. इस दौरान नूंह जिले में पहुंचने पर साइकिल यात्रा का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया. साइकिल संकल्प यात्रा की अगुवाई कर रहे प्रदेशाध्यक्ष बिजेंद्र धारीवाल ने कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम में कर्मचारियों का बुढ़ापा सुरक्षित है, क्योंकि युवाकाल को जनसेवा में बिताया है, रिटायर्ड होने के बाद शारीरिक परिश्रम करने की क्षमता नहीं होती. ऐसी परिस्थिति में पुरानी पेंशन स्कीम ही सहारा बनेगी. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने पूंजीपतियों के दबाव में एनपीएस स्कीम को लागू कर दिया, जिसके तहत कर्मचारियों की जमापूंजी का दुरुपयोग होता है.
गांव वाइज आंदोलन की तैयारी
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि एनपीएस स्कीम को वापस लेने के लिए कर्मचारी वर्ग बीते 7-8 साल से संघर्ष कर रहा है. जिला उपायुक्तों से लेकर मुख्यमंत्री तक को मांग पत्र सौंपे गए हैं, लेकिन उन्होंने कोई सकारात्मक जबाब नहीं दिया, दूसरी ओर पड़ोसी राज्यों में पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए आरंभ किया गया संघर्ष अब अंतिम पड़ाव में पहुंच गया है. ऋषि नैन प्रदेश महासचिव ने कहा कि नांगल चौधरी से शुरू साइकिल यात्रा सभी जिलों के कर्मचारियों से संपर्क करती हुई 23 जून को चंडीगढ़ पहुंचेगी. वहां राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर एनपीएस स्कीम के नुकसान तथा ओपीएस बहाली की आवश्यकता से अवगत कराया जाएगा. इसके बावजूद भी इंसाफ नहीं मिला तो कर्मचारियों की सभी यूनियनें मिलकर सरकार के खिलाफ गांव वाइज आंदोलन शुरू करेंगी