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Haryana: सीएम खट्टर 4 घंटे तक हाउस अरेस्ट! जनसंवाद कार्यक्रम में फिर बवाल, रूखा क्रोध

 
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के महेंद्रगढ़ जिले में जनसंवाद कार्यक्रम का शुक्रवार को आखिरी दिन था। सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम में एक बार फिर बवाल मच गया। यह सारा बवाल गांव सिहमा को उप तहसील का दर्जा देने की घोषणा के बाद हुआ। गांव दोगड़ा अहीर के लोगों को जैसे ही इस बारे में पता चला तो उनका गुस्सा फूट गया और सड़क पर उतर आए।   गुस्साए ग्रामीणों ने सीएम के घेराव का एलान कर दिया। गांव के लोगों का कहना था कि उनका गांव दोगड़ा अहीर सिहमा से बड़ा है, इसलिए उसे भी उप तहसील बनाया जाना चाहिए। सीएम खट्टर दोगड़ा अहीर गांव में ही रुके हुए थे। ग्रामीणों ने रात को ही मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरु कर दी। पूरा गांव वहीं एकत्र हो गया जहां सीएम रुके हुए थे। सीएम खट्टर को करीब 4 घंटे तक हाउस अरेस्ट रखा गया।  इलाके के विधायक ग्रामीणों को मनाने आए तो उन्होंने उनका भी जमकर विरोध किया। विधायक निराश होकर वापस लौट आए। विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाला ने दोगड़ा अहीर के लोगों को बातचीत के लिए बुलाया। जिसमें उन्होंने उप तहसील के लिए गांवों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट को लेकर अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि अटेली विधानसभा में जब भी जनसंवाद कार्यक्रम होगा, वह इसकी घोषणा कर देंगे।  सीएम ने दिया आश्वासन   सीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने विरोध बंद कर दिया। इस मीटिंग में अटेली के विधायक सीताराम यादव भी मौजूद रहे। इसके बाद सीएम जनसंवाद कार्यक्रम के लिए नांगल सिरोही के लिए रवाना हो गए।  सिरसा में भी हुआ था विवाद  इससे पहले सीएम खट्टर के सिरसा में जनसंवाद कार्यक्रम के तीसरे दिन भी विवाद हो गया था। बणी गांव की महिला सरपंच ने अपना गले से दुपट्‌टा उतार कर सीएम के पैरों में फेंक दिया था। इसको देखकर वहां खड़ी पुलिस और अफसरों में हड़कंप मच गया था। आनन-फानन में महिला को संभाला था। फिर उसे पकड़कर स्टेज से नीचे उतार दिया गया था। हालांकि इस दौरान CM मनोहर लाल बातों से इस बारे में समझाते दिखे थे।
 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के महेंद्रगढ़ जिले में जनसंवाद कार्यक्रम का शुक्रवार को आखिरी दिन था। सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम में एक बार फिर बवाल मच गया। यह सारा बवाल गांव सिहमा को उप तहसील का दर्जा देने की घोषणा के बाद हुआ। गांव दोगड़ा अहीर के लोगों को जैसे ही इस बारे में पता चला तो उनका गुस्सा फूट गया और सड़क पर उतर आए। 

गुस्साए ग्रामीणों ने सीएम के घेराव का एलान कर दिया। गांव के लोगों का कहना था कि उनका गांव दोगड़ा अहीर सिहमा से बड़ा है, इसलिए उसे भी उप तहसील बनाया जाना चाहिए। सीएम खट्टर दोगड़ा अहीर गांव में ही रुके हुए थे। ग्रामीणों ने रात को ही मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरु कर दी। पूरा गांव वहीं एकत्र हो गया जहां सीएम रुके हुए थे। सीएम खट्टर को करीब 4 घंटे तक हाउस अरेस्ट रखा गया।

इलाके के विधायक ग्रामीणों को मनाने आए तो उन्होंने उनका भी जमकर विरोध किया। विधायक निराश होकर वापस लौट आए। विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाला ने दोगड़ा अहीर के लोगों को बातचीत के लिए बुलाया। जिसमें उन्होंने उप तहसील के लिए गांवों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट को लेकर अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि अटेली विधानसभा में जब भी जनसंवाद कार्यक्रम होगा, वह इसकी घोषणा कर देंगे।

सीएम ने दिया आश्वासन


सीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने विरोध बंद कर दिया। इस मीटिंग में अटेली के विधायक सीताराम यादव भी मौजूद रहे। इसके बाद सीएम जनसंवाद कार्यक्रम के लिए नांगल सिरोही के लिए रवाना हो गए।

सिरसा में भी हुआ था विवाद

इससे पहले सीएम खट्टर के सिरसा में जनसंवाद कार्यक्रम के तीसरे दिन भी विवाद हो गया था। बणी गांव की महिला सरपंच ने अपना गले से दुपट्‌टा उतार कर सीएम के पैरों में फेंक दिया था। इसको देखकर वहां खड़ी पुलिस और अफसरों में हड़कंप मच गया था। आनन-फानन में महिला को संभाला था। फिर उसे पकड़कर स्टेज से नीचे उतार दिया गया था। हालांकि इस दौरान CM मनोहर लाल बातों से इस बारे में समझाते दिखे थे।
 

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