हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बाढ़ का हेलीकॉप्टर से जायजा लिया:कुरुक्षेत्र-अंबाला में सबसे ज्यादा नुकसान; 5 जिलों को अलर्ट; 10 की मौत, 4 लाख देगी सरकार
![हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है। उन्होंने जांचा कि कौन-कौन से जिले बाढ़ की चपेट में हैं और इस आपदा से नुकसान हुआ है। उनके अनुसार, कुरुक्षेत्र के ग्रामीण इलाके और अंबाला शहर के क्षेत्र में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा, यमुनानगर, कैथल और पंचकूला क्षेत्रों में भी बारिश के कारण लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने इन प्रभावित इलाकों को अलर्ट स्थिति में रखने का फैसला किया है। इन जिलों में, जहां आपातकालीन आवश्यकता होगी, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (NDRF) के साथ सेना की भी तैनाती की जाएगी। स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासनिक अधिकारियों को भी जिलों की सुरक्षा और निगरानी के लिए तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ के कारण हरियाणा में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और पशुधन और मकानों पर भी बारिश का प्रभाव हुआ है। उन्होंने बारिश के कारण हुए नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को आदेश दिए हैं और मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान करने की घोषणा की है। वहीं, बाढ़ प्रभावित मकानों को डिजास्टर रिलीफ फंड या डॉ अंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना के तहत सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही, आम नागरिकों को भोजन, पानी और पशुओं के लिए चारा प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ-साथ, हेलिकॉप्टर और नावों का उपयोग भी किया जा रहा है गांव-गांव भोजन पहुंचाने के लिए।](https://publicharyananews.com/static/c1e/client/99413/uploaded/7e5931f0147f323764164056a6d2db48.jpg?width=968&height=545&resizemode=4)
Public Haryana News : हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है। उन्होंने जांचा कि कौन-कौन से जिले बाढ़ की चपेट में हैं और इस आपदा से नुकसान हुआ है। उनके अनुसार, कुरुक्षेत्र के ग्रामीण इलाके और अंबाला शहर के क्षेत्र में सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
इसके अलावा, यमुनानगर, कैथल और पंचकूला क्षेत्रों में भी बारिश के कारण लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने इन प्रभावित इलाकों को अलर्ट स्थिति में रखने का फैसला किया है। इन जिलों में, जहां आपातकालीन आवश्यकता होगी, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (NDRF) के साथ सेना की भी तैनाती की जाएगी। स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासनिक अधिकारियों को भी जिलों की सुरक्षा और निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ के कारण हरियाणा में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और पशुधन और मकानों पर भी बारिश का प्रभाव हुआ है। उन्होंने बारिश के कारण हुए नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को आदेश दिए हैं
और मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान करने की घोषणा की है। वहीं, बाढ़ प्रभावित मकानों को डिजास्टर रिलीफ फंड या डॉ अंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना के तहत सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही, आम नागरिकों को भोजन, पानी और पशुओं के लिए चारा प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ-साथ, हेलिकॉप्टर और नावों का उपयोग भी किया जा रहा है गांव-गांव भोजन पहुंचाने के लिए।