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हरियाणा से अब सीधे जा सकेंगे अलीगढ़, यहां पर बन रहा है इंटरचेंज

 
अलीगढ़ रोड पर पेलक गांव के करीब 8 एकड़ में इंटरचेंज का काम बनने वाला दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।  इंटरचेंज बनने के बाद गुरुग्राम, मानेसर, जयपुर हाईवे से उत्तर प्रदेश जाने वाले वाहन पलवल शहर में प्रवेश नहीं करेंगे।  इससे जिले के बैसलात किसान के आसपास के लोगों को केजीपी पर आने के लिए पलवल नहीं आना पड़ेगा।   दिल्ली बाइपास के रूप में पलवल से सर्पिल-सोनीपत तक 135 किलोमीटर लंबा इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे (KGP) बनाया गया है।  11 हजार करोड़ रुपये की लागत से बने इस एक्सप्रेस का 27 मई 2018 को यूपी के बागपत से शुरू किया गया।  28 अप्रैल 2017 को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हेलीकॉप्टर से केकेजीपी का निरीक्षण किया।   इस दौरान पलवल के कटेसरा गांव के करीब केजीपी पर कार्यक्रम हुआ।  कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने एक्सप्रेस के बारे में जानकारी दी।  कार्यक्रम में पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने पलवल-अलीगढ़ रोड पर इंटरचेंज बनाने की मांग की।  सरकार ने एक समिति की स्थापना की, जिसमें पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल भी शामिल हुए।   कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इंटरचेंज बनाने को हरी झंडी दिखाई।  एनएचएआई ने 12 अक्टूबर 2018 को डीसी को पत्र जारी कर केजीपी को अलीगढ़ से जोड़ने के लिए जमीन अधिगृहीत करने के निर्देश दिए।  निर्देशों के अनुसार, अलीगढ़ में सड़क के किनारे बसे पेलक व सिहौल गांव की करीब 8 एकड़ जमीन अधिगृहित की जानी थी।   जिसके लिए संबंधित कानून और लोक पटवारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है,  लेकिन अधिकारियों ने जमीन का अधिग्रहण कर काम शुरू करने में करीब 4 साल का समय लगा दिया।  इंटरचेंज बनने से पलवल जिले को काफी फायदा मिलेगा।  राजस्थान, जयपुर हाईवे, गुरुग्राम व मानेसर आईएमटी से आने वाले बड़े व्यवसायिक वाहन पलवल शहर के बीच से होकर अलीगढ़ रोड होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते हैं।  यदि अलीगढ़ रोड पर इंटरचेंज दिया जाता है तो बड़े वाहन केएमपी से केजीपी के रास्ते अलीगढ़ रोड पर चले जाएं  और शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी। इससे शहर में कुल का स्तर भी कम होगा।
 

हरियाणा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (KGP) से पलवल-अलीगढ़ रोड को जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनाए जाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। 

हालांकि इंटरचेंज बनाने के निर्देशों के साढ़े 4 साल बाद काम शुरू हो पाया है, 

परंतु इंटरचेंज बनने से पलवल शहर को जाम और प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद दिखाई देने लगी है।

अलीगढ़ रोड पर पेलक गांव के करीब 8 एकड़ में इंटरचेंज का काम बनने वाला दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

इंटरचेंज बनने के बाद गुरुग्राम, मानेसर, जयपुर हाईवे से उत्तर प्रदेश जाने वाले वाहन पलवल शहर में प्रवेश नहीं करेंगे।

इससे जिले के बैसलात किसान के आसपास के लोगों को केजीपी पर आने के लिए पलवल नहीं आना पड़ेगा।


दिल्ली बाइपास के रूप में पलवल से सर्पिल-सोनीपत तक 135 किलोमीटर लंबा इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे (KGP) बनाया गया है।

11 हजार करोड़ रुपये की लागत से बने इस एक्सप्रेस का 27 मई 2018 को यूपी के बागपत से शुरू किया गया।

28 अप्रैल 2017 को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हेलीकॉप्टर से केकेजीपी का निरीक्षण किया।


इस दौरान पलवल के कटेसरा गांव के करीब केजीपी पर कार्यक्रम हुआ।

कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने एक्सप्रेस के बारे में जानकारी दी।

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने पलवल-अलीगढ़ रोड पर इंटरचेंज बनाने की मांग की।

सरकार ने एक समिति की स्थापना की, जिसमें पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल भी शामिल हुए।


कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इंटरचेंज बनाने को हरी झंडी दिखाई।

एनएचएआई ने 12 अक्टूबर 2018 को डीसी को पत्र जारी कर केजीपी को अलीगढ़ से जोड़ने के लिए जमीन अधिगृहीत करने के निर्देश दिए।

निर्देशों के अनुसार, अलीगढ़ में सड़क के किनारे बसे पेलक व सिहौल गांव की करीब 8 एकड़ जमीन अधिगृहित की जानी थी।


जिसके लिए संबंधित कानून और लोक पटवारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है,

लेकिन अधिकारियों ने जमीन का अधिग्रहण कर काम शुरू करने में करीब 4 साल का समय लगा दिया।

इंटरचेंज बनने से पलवल जिले को काफी फायदा मिलेगा।

राजस्थान, जयपुर हाईवे, गुरुग्राम व मानेसर आईएमटी से आने वाले बड़े व्यवसायिक वाहन पलवल शहर के बीच से होकर अलीगढ़ रोड होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते हैं।

यदि अलीगढ़ रोड पर इंटरचेंज दिया जाता है तो बड़े वाहन केएमपी से केजीपी के रास्ते अलीगढ़ रोड पर चले जाएं

और शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी। इससे शहर में कुल का स्तर भी कम होगा।

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