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दिल्ली स्कूल बम खतरा: दिल्ली के स्कूल कहां से आए ईमेल, बम के खतरे के पीछे कौन? 10 प्वाइंट में जानिए

दिल्ली- रविवार सुबह-सवेरे उस समय का तूफान मच गया, जब एक साथ करीब 100 से ज्यादा से ज्यादा खतरनाक वाले ईमेल मिले। 10 प्वाइंट में आपको पता चलेगा कि कैसे खतरनाक ईमेल में अब तक क्या-क्या हुआ।

 
दिल्ली स्कूल बम खतरा: दिल्ली के स्कूल कहां से आए ईमेल, बम के खतरे के पीछे कौन? 10 प्वाइंट में जानिए

दिल्ली- रविवार सुबह-सवेरे उस समय का तूफान मच गया, जब एक साथ करीब 100 से ज्यादा से ज्यादा खतरनाक वाले ईमेल मिले। खतरनाक वाले ईमेल के मामले की जांच तेज हो गई है। ईमेल डिस्पले के लिए जिस आईपी एड्रेस का उपयोग किया गया है, उसका सर्वर विदेश में है। शक ये भी है कि ईमेल डिस्पैचर के लिए एक ही टेलीकॉम एड्रेस का इस्तेमाल किया गया. स्केच की तह तक जाने के लिए इंटरपोल की मदद ली जा रही है। 10 प्वाइंट में आपको पता चलेगा कि कैसे खतरनाक ईमेल में अब तक क्या-क्या हुआ

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और हिंदुस्थान में एक ई-मेल की वजह से हड़कंप मच गया। रविवार सुबह 100 से अधिक सिक्कों में एक साथ बम की सूचना वाला ईमेल मिला। इसके बाद में अलग-अलग पुलिस ने मोर्चा संभाला। स्कूल में उपस्थित सभी बच्चों को घर भेज दिया गया। स्तर पर बड़े पैमाने पर मशीनरी संचालन संचालित किया गया।

दिल्ली पुलिस के कार्यालय के अनुसार, सभी अभिलेखों की जांच की गई है। जिन जेलों में ख़तरनाक भरा ई-मेल मिला था, किसी भी स्कूल में कुछ नहीं मिला था। पूरी तरह से फर्जी मामला दर्ज किया गया है। हॉक्स कॉल कर दिया गया. अब ई-मेल डिज़ाइन वाले की जांच जारी है। पुलिस के सामान में लगी है।

स्कूलों को जो खतरनाक बताया गया है उसमें क्या शामिल है। ज़ी न्यूज़ ने एक मेल जारी किया है, जिसमें लिखा है, 'इंशाअल्लाह अपनी छत को देखो, हम यह छत गिरा देंगे।' हम शहीद हुए..हमारे दिल में जेहाद की आग है. अंतिम चरण के नीचे से आग निकलेगी। इस्लाम को ना बदनाम करने वाले काफिरों को बुरा लगेगा। 'स्किल में लूटा गया है।'

आधिकारिक तौर पर कहा गया है, स्कूल में खतरनाक ईमेल के पीछे किसी विशेष का नहीं, बल्कि किसी संगठन का हाथ है। स्टोरी के तार विदेश से जुड़े हो सकते हैं। कथानक के तहत आज का दिन और वक्ता सुनिश्चित किया गया था। शक के पीछे का आधार है कि ईमेल के अनुसार सभी स्कॉलों को एक साथ और एक वक्ता पर करीब-करीब एक भेजा गया है।दस्तावेज़ के अनुसार, ख़तरनाक वाले ई-मेल के लिए जिस आईपी एड्रेस का उपयोग उसके सर्वर विदेश में मौजूद है।

गाजियाबाद-दिल्ली पुलिस कॉर्डिनेशन के साथ तफ्तीश को आगे बढ़ाया जा रहा है। शक है कि ई-मेल डिस्पेंसर के लिए एक ही टेलीकॉम एड्रेस का इस्तेमाल किया गया। खतरनाक को लेकर दिल्ली पुलिस के साथ जांच गैंगबैंग सक्रिय हैं।

स्केच की तह तक जाने के लिए इंटरपोल की मदद ली जा रही है। ऐसा लगता है कि ये किसी की सिर्फ साजिश ही नहीं है, बल्कि किसी बड़ी साजिश की तैयारी भी हो सकती है।दिल्ली- मुस्लिम क्लबों को savariim@mail.ru मेल से ईमेल भेजा गया। mail.ru रूसिया वेबमेल सेवा है। आईएसआईएस ने सबसे पहले 'सवारीम' नाम का इस्तेमाल किया था। रूस और यूरोप महाद्वीप में सेवा है.

यह दुनिया का 5वां सबसे बड़ा मेल प्रदाता है।बम की धमकियों के मामले में दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात की और पूरी स्थिति की जानकारी दी। दिल्ली पुलिस सूत्र दिल्ली पुलिस के सभी स्कूलों की जांच में ली गई है, उन सभी स्कूलों में जहां किसी भी स्कूल में खतरनाक भरा ईमेल मिला था, कुछ भी नहीं मिला। पूरी तरह से फर्जी मामला दर्ज किया गया। हॉक्स कॉल कर दिया गया. पुलिस अब बम विस्फोट में लगी है।दिल्ली- 100 नामी कलाकारों में बम की खबर मिली थी।

पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके में स्थित मदर मैरी स्कूल और द्वारका स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में बम होने की सूचना मिली। इसके अलावा नई दिल्ली के कल्चरल स्कूल में भी बम को लेकर खतरनाक वाला ईमेल मिला। कल्चर स्कूल दिल्ली का सबसे हाई प्रोफाइल स्कूल है। साकेत स्थित डीपीएस को भी बम की खतरनाक मिली थी। डीपीएस स्कूल में भी बम की सूचना मिलने के बाद पुलिस के कई अधिकारी स्कूल पहुंचेऔर बच्चों को घर भेज दिया गया.

इसके अलावा डीपीएस स्प्रिंग कुंज, डीपीएस स्प्रिंग विहार, डीपीएस ग्रेटर, डीपीएस मथुरा रोड, दिल्ली कॉन्वेंट स्कूल शालीमार गार्डन, डीपीएस सेंट्रल स्कूल गाजियाबाद, डीपीएस पुष्प विहार साकेत, गुरु हरकिशन स्कूल हरी नगर, सलवान जूनियर स्कूल नारायणा, सेंट मार्क स्कूल जनकपुरी और एसएल सूरी डेवी स्कूल में भी खतरा भरा मेल आया था।इस मामले को लेकर दिल्ली के एलजी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से भी बात की है.

दिल्ली साइबर सेल के साथ ही शोरूम की रिकार्ड जांच कर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने इस मामले में बयान जारी कर कहा है कि चिंता की कोई जरूरत नहीं है। ऐसा अनोखा होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा प्रोटोकॉल के निर्देश जरूरी कदम उठा रहे हैं। दिल्ली पुलिस लोगों से ना चिंता और शांति बनाए रखने की अपील कर रही है।

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