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 सफलता की कहानी: कभी पैसे उधार लेकर खरीदा था ट्रक, आज हैं 5000 गाड़ियों के मालिक, करोड़ों की है संपत्ति

 
Success Story
 
नई दिल्ली: जिंदगी में अगर पूरी कोशिश की जाए तो नामुमकिन कुछ भी नहीं है। जिंदगी में मेहनत से बड़े से बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं। एक समय इनके पास एक ट्रक खरीदने के भी रुपये नहीं थे। किसी समय इन्होंने पैसा उधार लेकर कारोबार शुरू किया था। आज इन्हें लोग ट्रकिंग किंग (Trucking King) के नाम से जानते हैं। हम बात कर रहे हैं लॉजिस्टिक कंपनी वीआरएल लॉजिस्टिक (VRL Logistics) के मालिक विजय संकेश्वर (Vijay Sankeshwar) की। विजय संकेश्वर को सफलता हासिल करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी। आपने वीआरएल लॉजिस्टिक्स का नाम सुना होगा और संभव है कि इसके ट्रक भी सड़क पर देखे हों। यह भारत की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक्स कंपनियों में से एक है।

ऐसे हुई शुरुआत


विजय संकेश्वर का परिवार प्रिटिंग प्रेस के बिजनेस में था, लेकिन उन्होंने ठाना कि वह कुछ और काम करेंगे। इसके लिए वह वह अपने माता-पिता की इच्छा के खिलाफ गए। इसलिए संकेश्वर ने अपने बिजनस के लिए घरवालों से कोई आर्थिक मदद नहीं ली। उन्होंने अपने एक जानकार से पैसे उधार लिये और एक ट्रक खरीदा। उन्होंने साल 1976 में एक ट्रक से काम की शुरुआत की थी। शुरुआत में उन्हें बिजनेस स्थापित करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन फिर किस्मत पलटी और 1994 तक उनके पास 150 ट्रक हो गए।

लॉजिस्टिक्स कारोबार का सगठित नहीं होना, संचार की कमी के बाद भी साल 1990 में वे कमर्शियल ट्रांसपोर्ट से पैसेंजर सर्विस में आ गए। इसके बाद विजय संकेश्वर ने विजयानंद ट्रैवल्स नाम से एक कंपनी की शुरुआत की, जिसका नाम बाद में बदलकर VRL Logistics रखा गया।

बन चुकी है कन्नड़ फिल्म


विजय संकेश्वर पर कन्नड़ भाषा में एक फिल्म भी बन चुकी है। इसे साल 2022 में रिलीज किया गया था। आज कंपनी का दावा है कि उससे ज्यादा कमर्शियल वाहन भारत में किसी और लॉजिस्टिक कंपनी के पास नहीं है। एक ट्रक से शुरू हुआ वीआरएल लॉजिस्टिक्स का सफर 4,816 कमर्शियल वाहनों तक पहुंच गया है। कमर्शियल वाहनों के इस रिकॉर्ड तोड़ काफिले के लिए कंपनी का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।

इतनी है नेटवर्थ


नेटवर्थ की बात करें तो विजय संकेश्वर की कुल संपत्ति 70 करोड़ रुपये हैं। केवल पांच साल में ही कंपनी के शेयरों में भारी उछाल आया है। पांच साल में कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 115.05 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं उनकी कंपनी के मार्केट कैप की बात की जाए तो वह 6200 करोड़ रुपये से भी ज्यादा. कंपनी लगातार मुनाफ़ा दर्ज कर रही है।
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