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 खतरा बना हुआ है! हिमाचल, हरियाणा में रेड अलर्ट, दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा; बारिश कब रुकेगी

 
पहले देरी, पर जब आई तो बारिश ने मचाई तबाही  बारिश से हालात बिगड़ने की वजह यह है कि दो से तीन दिनों में ही भारी बारिश हुई है। जून महीने में बारिश औसतन 10 फीसदी कम थी, लेकिन 9 जुलाई तक ही इस महीने 2 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। खासतौर पर उत्तर पश्चिम भारत यानी हिमाचल, हरियाणा, पंजाब में औसत से 59 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। इसके अलावा सेंट्रल इंडिया में 4 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। हालांकि पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में बारिश में 17 से 23 फीसदी तक कमी आई है। इस तरह उत्तर भारत के राज्य हाल में हुई बारिश से ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
 

Weather Update Today: मॉनसून की बारिश ने हिमाचल से लेकर एनसीआर तक बुरा हाल कर दिया है। दिल्ली जैसे शहर में कहीं कारें पानी में डूबती दिखीं तो हिमाचल में घर-मकान तक भरभराकर पानी में गिर गए। कारों के दूर तक पानी में खिलौने की तरह बहने के वीडियो वायरल हो रहे हैं। शनिवार से शुरू हुई बारिश ने रविवार को भी जोर पकड़ा तो ज्यादातर इलाकों में बारिश से निपटने के इंतजामों की पोल खुल गई। एक तरफ हिमाचल के ऊना, मंडी, कांगड़ा, कुल्लू जैसे जिलों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन और कटाव हुआ तो मकान गिरने लगे। इन घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई और कई गाड़ियां भी बाढ़ के पानी में बह गईं। 

यही नहीं दिल्ली-एनसीआर के भी ज्यादातर इलाकों में बारिश ने व्यवस्था बिगाड़ दी। दिल्ली में 16 तारीख तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा नोएडा और गाजियाबाद में सोमवार को स्कूलों को बंद रखा है। इस बीच मौसम विभाग का कहना है कि सोमवार को भी अच्छी बारिश हो सकती है। हालांकि सुबह से थोड़ी राहत मिली हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में यमुना जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा सकता है और इसके चलते बाढ़ आ सकती है। यमुना नदी पर हथिनीकुंड बैराज में भी जलस्तर बढ़ गया है। इसके चलते दिल्ली, पश्चिम यूपी और हरियाणा के जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। 

हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने पर यमुना के अलावा हिंडन नदी में भी पानी का स्तर बढ़ जाता है। इस बैराज में फिलहाल जलस्तर 3 लाख क्यूसेक है, जो अधिकतम ढाई लाख ही रहना चाहिए। बैराज से यदि ज्यादा पानी छूटा तो फिर करनाल, पानीपत, सोनीपत जिलों के निचले इलाकों में पानी घुसने का खतरा है। इस बीच हरियाणा के 16 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन 16 जिलों में करनाल, कैथल, झज्जर, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक आदि शामिल हैं। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भारी बारिश से निपटने के उपायों पर चर्चा के लिए हाईलेवल मीटिंग बुलाई है। 

ऐसी ही एक मीटिंग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी करने जा रहे हैं। दिल्ली में प्रगति मैदान टनल को पानी भरने के चलते अस्थायी तौर पर ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है। सड़कों पर पानी भरने के चलते आवाजाही प्रभावित है। एयरपोर्ट से पूर्वी दिल्ली तक आने में ढाई घंटे तक का वक्त लग रहा है। इस बीच मौसम विभाग का कहना है कि सोमवार को भी दिल्ली-एनसीआर में अच्छी बारिश होगी। हालांकि मंगलवार से बारिश में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन इस पूरे सप्ताह मौसम में नमी बनी रहेगी और रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। वहीं हिमाचल में इस पूरे सप्ताह भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है।

पहले देरी, पर जब आई तो बारिश ने मचाई तबाही

बारिश से हालात बिगड़ने की वजह यह है कि दो से तीन दिनों में ही भारी बारिश हुई है। जून महीने में बारिश औसतन 10 फीसदी कम थी, लेकिन 9 जुलाई तक ही इस महीने 2 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। खासतौर पर उत्तर पश्चिम भारत यानी हिमाचल, हरियाणा, पंजाब में औसत से 59 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। इसके अलावा सेंट्रल इंडिया में 4 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। हालांकि पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में बारिश में 17 से 23 फीसदी तक कमी आई है। इस तरह उत्तर भारत के राज्य हाल में हुई बारिश से ज्यादा प्रभावित हुए हैं। 

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