Public Haryana News Logo

Sangri: ये सब्जी, काजू-बादाम के भाव भी इसके आगे हैं सस्ते…

 | 
वहीं, जानकारों को कहना है कि बेमौसम बारिश की वजह से भी सांगरी की फसल पर असर पड़ा है. साथ ही मार्च महीने के दौरान अचानक तेज गर्मी पड़ने से भी सांगरी की फसल प्रभावित हुई है. मार्केट में अभी एक किलो सूखी सांगरी की कीमत 1200 रुपये है, जबकि पिछले साल इस सीजन में इसका रेट 600 से 800 रुपये प्रति क्विंटल था. व्यापारियों ने बताया कि सांगरी इतना महंगा साल 2020 में हुआ था. लॉकडाउन लगने पर इसकी कीमत में अचानक बढ़ोतरी हो गई थी. तब एक किलो सांगरी की कीमत 1000 रुपये हो गई थी. अभी अमेरिकी बादाम का भाव 800 रुपये किलो है, जो कि सांगरी की कीमत से भी काफी कम है.  1899-1900 के दौरान राजस्थान में भीषण अकाल पड़ा था  सांगरी की सब्जी इम्यूनिटी बूस्टर है. इसे खाने से शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है. सांगरी में आयरन, जिंक, प्रोटीन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर और कैल्शियम बहुत अधिक पाए जाते हैं. वही, स्थानीय लोगों का कहना है कि सांगरी की खेती के पीछे भी एक रोचक कहानी है. साल 1899-1900 के दौरान राजस्थान में भीषण अकाल पड़ा था. तब लोगों ने केल और सांगरी की फली खाकर अपने आप को किसी तरह से जिंदा रखा था. तब से लोग इसकी खेती कर रहे हैं.
 लोगों को लगता है कि मच्छर और कटहल ही ऐसी सब्जी है, जिसकी कीमत हमेशा बहुत ज्यादा रहती है, लेकिन ऐसा नहीं है। राजस्थान में सांगरी नाम की एक ऐसी सब्जी उगाई जाती है, जिसकी कीमत हमेशा 600 से 700 रुपये किलो रहती है। लेकिन इस बार बेमौसम बारिश की वजह से सांगरी की बढ़त को काफी नुकसान होता है। इसकी कीमत में दोगुनी हो गई है। अब एक किलो सांगरी के लिए लोगों को 1200 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।

आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान के चुरू और शेखावटी क्षेत्र में सांगरी की खेती की जाती है. लेकिन इस बार डिलगू रेग (गलेडा) की वजह से इसकी फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. इससे इसकी पैदावार प्रभावित हुई है. इससे सांगरी की कीमत में एकाएक उछाल दर्ज की गई है. स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि हर साल 25 टन सांगरी की खपत होती है. लेकिन इस बार रोग की वजह से 35 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई. इससे पैदावार में 8 टन की गिरावट आई है. इस वजह से भी कीमत दोगुनी हो गई है.

इसका रेट 600 से 800 रुपये प्रति क्विंटल था

वहीं, जानकारों को कहना है कि बेमौसम बारिश की वजह से भी सांगरी की फसल पर असर पड़ा है. साथ ही मार्च महीने के दौरान अचानक तेज गर्मी पड़ने से भी सांगरी की फसल प्रभावित हुई है. मार्केट में अभी एक किलो सूखी सांगरी की कीमत 1200 रुपये है, जबकि पिछले साल इस सीजन में इसका रेट 600 से 800 रुपये प्रति क्विंटल था. व्यापारियों ने बताया कि सांगरी इतना महंगा साल 2020 में हुआ था. लॉकडाउन लगने पर इसकी कीमत में अचानक बढ़ोतरी हो गई थी. तब एक किलो सांगरी की कीमत 1000 रुपये हो गई थी. अभी अमेरिकी बादाम का भाव 800 रुपये किलो है, जो कि सांगरी की कीमत से भी काफी कम है.

1899-1900 के दौरान राजस्थान में भीषण अकाल पड़ा था

सांगरी की सब्जी इम्यूनिटी बूस्टर है. इसे खाने से शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है. सांगरी में आयरन, जिंक, प्रोटीन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर और कैल्शियम बहुत अधिक पाए जाते हैं. वही, स्थानीय लोगों का कहना है कि सांगरी की खेती के पीछे भी एक रोचक कहानी है. साल 1899-1900 के दौरान राजस्थान में भीषण अकाल पड़ा था. तब लोगों ने केल और सांगरी की फली खाकर अपने आप को किसी तरह से जिंदा रखा था. तब से लोग इसकी खेती कर रहे हैं.

अपने शहर से जुड़ी हर बड़ी-छोटी खबर के लिए

Click Here