Haryana Weather News: हरियाणा में 25 मई से शुरू होगा नौतपा, जानिए क्या गर्मी से अब मिलेगी राहत ?

क्या होता है नौतपा जब सूर्य चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में जाता है तो उस नक्षत्र को पूरी तरह से अपने प्रभाव में ले लेता है, ऐसे में पृथ्वी को चंद्रमा की शीतलता नहीं मिल पाती है। इस कारण पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता है। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 15 दिनों तक रहता है, लेकिन गर्मी का भयंकर रूप शुरुआती 9 दिनों में ज्यादा होता है। इन नौ दिनों को नौतपा कहा जाता है।
इस बीच लू चलती है, आंधी और तूफान का अंदेशा बढ़ जाता है। ऐसे में किसी भी तरह के शुभ काम को करने की मनाही होती है।
गर्मी बढ़ने से किसान चिंतित
सूरज की तपिश से गर्मी की फसलों, 'रबी' (सर्दियों) और 'खरीफ' (मानसून) की फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। इस साल गर्मी की फसलों को लेकर सरकार और किसान दोनों बेहद चिंतित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मियों की फसलों के लिए अधिकतम सहनीय तापमान 35 डिग्री सेल्सियस होता है। यदि तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच जाता है तो इससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचेंगा।
इस गर्मी के कारण उन किसानों को अधिक नुकसान होगा, जिन्होंने फरवरी के मध्य में आलू और सरसों की कटाई की थी और फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह में गर्मियों की फसल लगाई थी।
गर्मी में ऐसे रखें सेहत का ख्याल
भीषण गर्मी के दिनों में कम से कम 4 से 5 लीटर पानी पिएं।
खाने में ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट का प्रयोग करें।
तेज मसालेदार और तेलयुक्त चीजों को खाने से परहेज करें।
बाहरी फास्टफूड और जंक फूड को अवॉयड करें।
खाना उतना ही बनाएं, जितना घर में खाया जाए।
दही, लस्सी, नारियल पानी, नींबू की शिकंजी का प्रयोग करें।
तेज धूप में घर से बाहर निकलने में परहेज करें।
घर से निकलना पड़े तो पानी पीकर ही निकलें।
धूप से आने के तुरंत बाद पानी न पीएं।
फ्रिज के ठंडे पानी की बजाय घड़े का पानी पिएं।