भक्त महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत अपने शिष्यों के साथ महाकुंभ में डेरा डाले हुए हैं। इस महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है, और पूरा प्रयागराज आस्था और रोशनी से जगमगा रहा है।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहीं साध्वी हरषा ऋचरिया
महाकुंभ में आए संतों और भक्तों की भीड़ में कुछ साधु-संत विशेष चर्चा का विषय बने हुए हैं। जहां एक तरफ IITian बाबा सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, वहीं साध्वी हरषा ऋचरिया, जिन्हें “सबसे सुंदर साध्वी” कहा जा रहा है, भी इंटरनेट पर छाई हुई हैं। हाल ही में उनके कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें से एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें वह भावुक होकर रोती हुई नजर आ रही हैं।
यही सत्य है
जब जब एक महिला अपने जीवन में कुछ अलग करती है तो समाज के कुछ लोग बढ़ने नहीं देते
बाकी प्रभु इच्छाहर हर महादेव……………..@newscooponline #harsha #viralsadhvi #host_harsha #harshasquad #trending #viralvideo #mahakumbh2025 #prayagraj #sanatan #hindu #mahadev pic.twitter.com/4fYrJYL6Jv
— Harsha (@Host_harsha) January 16, 2025
साध्वी हरषा ऋचरिया ने महाकुंभ छोड़ने की घोषणा की
हरषा ऋचरिया, जो निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरी जी महाराज की शिष्या होने का दावा करती हैं, ने महाकुंभ छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “X” (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह एक संत पर गंभीर आरोप लगाते हुए महाकुंभ छोड़ने की बात कर रही हैं।
वायरल वीडियो में भावुक नजर आईं साध्वी
वीडियो में हरषा ऋचरिया को फूट-फूट कर रोते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में वह कहती हैं, “शर्म आनी चाहिए आपको कि एक लड़की जो धर्म से जुड़ने और सनातन संस्कृति को समझने आई थी, उसे पूरे कुंभ में रहने लायक नहीं छोड़ा। यह कुंभ, जो हमारे जीवन में एक बार आता है, आपने एक व्यक्ति से वो कुंभ छीन लिया। इसका पुण्य मुझे नहीं पता, लेकिन आनंद स्वरूप जी इस पाप के दोषी रहेंगे।”
वीडियो के साथ साध्वी ने क्या लिखा?
हरषा ऋचरिया ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, “यह सत्य है। जब भी कोई महिला कुछ अलग करती है, तो कुछ लोग उसे आगे बढ़ने नहीं देते। बाकी ईश्वर की इच्छा है। हर हर महादेव।”
साध्वी का संदेश वायरल
हरषा ऋचरिया का यह बयान और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनकी भावनात्मक अपील ने महाकुंभ में महिलाओं की भूमिका और संघर्ष को लेकर एक नई चर्चा शुरू कर दी है।